Thursday, May 27, 2010


नमाज़

आज ईद का दिन है !

मै भी निकल पड़ा हजारो लोगो के साथ

कदम से कदम मिलाकर

उस पाक खुदा की हाजरी में ..

मेरे साथ चल रहे थे

हजारो लोग साफ सुथरे कपडे पहनकर

बेहतरीन से बेहतरीन इत्र लगाकर ..

सारे खुशनुमा लगे रहे थे वो

मुस्कराहट और ख़ुशी के क्या कहने

आज ईद जो है..!

चलते चलते मै रुक गया

मस्जिद की सीडियों पर

मेरे कई भाईबंद वहा थे भूखे नंगे ..

न कपडे थे उनके बदन पर

न खाने को कुछ और न ही वो खुशबूदार इत्र

मै और न बढ़ सका..

और मैंने सारा दिन उनके साथ बिताया

नमाज़ न पढ़ते हुवे ...

कोई मौलवी कह रहा किसी से मेरे बारे में ..

" आज इस बन्दे की नमाज़ कुबूल हुवी है

नमाज़ न पढ़ते हुवे

और खुदा हम हजारो लोगो की नमाजे

भी कुबूल कर लेगा इस की वजह से .."


Written By-Sajid Shaikh (sajid1111@gmail.com )

1 comment:

  1. Sajid = Sachcha Namazi... ek sikke ke do pehlu.... :) bahut hi umda Sajid jee :)

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